Monday, 9 July 2012

Journey With Rays

किरणों का जादू 


कभी बंद आँखों से  महसूस करो 
ये हवाए
तुम्हारे रोम -रोम में समा जाना चाहती हैं; 
ये किरणें 
तुम्हारे भीतर उतर कर 
तुम्हारे अंतस को प्रकाशित करना चाहती हैं।
इन्हें अपना दो पल दो-
ये तुमपे कोई जादू करेंगी
बस इन्हें सहजता से देखना, 
रोकना मत ;

तुम एक नयी दुनिया में जागोगे 
जहाँ तुम्हारे साथ होंगी 
पूरी धरती को एक सूत्र में बांधती ये हवा 
असीम ब्रह्मांड के उस पार से आती प्रकाश की किरणें;
तुम्हारा हृदय स्पंदित हो उठेगा 
अनंत समुद्र की लहरों के लय  में  
तुम  हलके  हो जाओगे 
शून्य के सामान ;


तब तुम क्षितिज पर छा  जाना
बादल बन कर 
और बारिश बन कर भिंगोना 
धरती के कण-कण को ...
भींग जाने दें खुद को भी 
इस अनोखी बारिश में 
धुल जाने देना इसमें अपना अतीत,
घुल जाने देना 
भविष्य के धुएं को भी इसमें...

फिर तुम वर्तमान में तैर सकोगे 
एक चैतन्य प्रकाश की किरण बनकर ।






Feel
With your eyes closed;
A gust of wind
Wishes to breath into you,
A ray of light
Wishes to enlighten your innermost. 
For a few moments
Watch them with quietude,
With them, they will take you
Where you can feel
The air,
Unifying the atmosphere of whole earth
The light,
Traversing across the infinite.
Where your heart will beat
 On the lyrics of eternal wave.
It will feel weightless like naught,
Then winging like clouds
You spread over horizon
And rain to wet every single particle of earth
With drops of  ecstatic joy.

In this supernal rain,
Let yourself be wet,
Past be washed away
And fumes of future be dissolved.

And then you would be
Rapturously winging into present
on ray of consciousness.



1 comment:

आपके विचार हमारा मार्गदर्शन व उत्साहवर्धन करते हैं कृपया हमें इमसे वंचित न करें ।