अंधेरों की सनसनाहट
संगीत नही,
भयानक शोर
जो फाड़ डाले कान के परदों को -
अचानक थम जाती है ।
…शायद कोई आसन्न ख़तरा
घुल रहा है हवाओं में ।
… के शायद कोई नाग निकल पड़े झाड़ियों से;
या और कुछ ।
… के शायद मुझे भी चुप हो जाना चाहिए ;
इस विलाप को बंद करके
सतर्क हो जाना चाहिए
उस आसन्न खतरे के प्रति।